दोमुंहा सांप के नाम से मशहूर रेड सेंड बोआ सांप (Red Snad Boa Snake) ईरान, पाकिस्तान तथा भारत में पाया जाता है। यह एक विषहीन सांप है, जो ...
दोमुंहा सांप के नाम से मशहूर रेड सेंड बोआ सांप (Red Snad Boa Snake) ईरान, पाकिस्तान तथा भारत में पाया जाता है। यह एक विषहीन सांप है, जो बेहद शर्मीला होता है। यह सांप देखने में बहुत खूबसूरत होता है तथा
रेतीली मिट्टी में रहना पसंद करता है। यह सांप इतना सीधा होता है कि अगर आप इसे हाथ में भी उठा लेंगे, फिरभी यह आपको नहीं काटेगा।
इस सांप का मुंह और पूंछ एक जैसे होते हैं, इसीलिए यह दोमुंहा सांप के नाम से पुकारा जाता है। शायद सांप को भी अपनी इस विशेषता का भान होता है, इसीलिए खतरा होने पर यह अपनी पूंछ को ऊपर उठा लेता है और उसे मुंह की तरह लहराता है। इससे दुश्मन भी उसे मुंह समझ लेता है और उसपर अपना वार करता है। इससे सांप अपनी रक्षा करने में सफल हो जाता है। सांप की इसी चतुराई के कारण ही इसे दो मुंह वाले सांप के रूप में समझने का भ्रम प्रचलित है।
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भारत ही नहीं विश्व के अनेक देशों में इस सांप से जुड़ी अनेक किंवदंतियां और अंधविश्वास फैले हैं, जिसके कारण इसकी जान खतरे में रहती है। कहा जाता है कि अमेरिकन बाजारों में इस सांप की भारी मांग है और वहां पर इसकी दो से तीन हजार डॉलर तक मिल जाती है। इसी वजह से इस सांप की बड़े पैमाने पर स्मगलिंग भी की जाती है।
रेड सैंड बोआ सांप से जुड़े अंधविश्वास:
कुछ भारतीय कबीलों में यह मान्यता है कि यदि इस सांप को विशेष
क्रियाओं द्वारा अभिमंत्रित करके इसके मांस का सेवन किया जाए, तो मनुष्य अलौकिक शक्तियों का स्वामी बन जाता है। चीनी समाज में यह मान्यता है कि रेड सेंड बोआ सांप को खाने से मनुष्य की सेक्स पावर में जबरदस्त इजाफा होता
है और वह अकेले दम पर सैकड़ों महिलाओं को संतुष्ट कर सकता है। जबकि खाड़ी देशों में मान्यता है कि रेड सैंड बोआ सांप के मांस के सेवन से व्यक्ति की कठिन से भी कठिन बीमारी ठीक हो जाती है और वह हमेशा जवान बना रहता है। जबकि ये सारे अंधविश्वास तथ्य से परे हैं और इनका हकीकत से कोई लेना देना नहीं है।
बावजूद इसके रेड सैंड बोआ सांप का बड़ी मात्रा में शिकार किया जाता है, जिससे यह सांप विलुप्ति के कगार पर पहुंच गया है।
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