इस बार की मेरी दिवाली तो एक स्वजन के मृत्यु से फीकी हो गयी मगर शायद दिवाली पर्व को ही मेरे बचपन के व्यसन की याद हो आई और उसने मुझे एक अ...
इस बार की मेरी दिवाली तो एक स्वजन के मृत्यु से फीकी हो गयी मगर शायद दिवाली पर्व को ही मेरे बचपन के व्यसन की याद हो आई और उसने मुझे एक अद्भुत उपहार इसी दिन ला सौंपा .....बच्चों की भीड़ बगल के खेत से दुनिया के सबसे खूबसूरत साँपों में से इसे सावधानी से उठा लाई और मेरे आश्वस्त करने पर कि यह बिल्कुल निरापद और शांत किस्म का सांप है उससे खेलने लग गयी।
.....जी हाँ यह सांप सैंड बोआ प्रजाति (इरिक्स जोहिनी ) का है जो कि अभी बस दो माह का दोमुंहा (दुधमुहाँ नहीं भाई!) बच्चा है, जी हाँ इसे सपेरे दो मुंहा इसलिए कहते हैं कि इसकी पूंछ भी मुंह जैसा होने का आभास देती है, जिसके सहारे यह अपने दुश्मनों को भी अक्सर चकमा दे देता है। यह दुश्मन के करीब होने पर अपनी दुम को ही चपटे मुंह का आकार देकर बार बार ऊपर उठाता है जिससे अगर कोई घाव हो तो दुम पर हो मुंह बच जाय।
.....जी हाँ यह सांप सैंड बोआ प्रजाति (इरिक्स जोहिनी ) का है जो कि अभी बस दो माह का दोमुंहा (दुधमुहाँ नहीं भाई!) बच्चा है, जी हाँ इसे सपेरे दो मुंहा इसलिए कहते हैं कि इसकी पूंछ भी मुंह जैसा होने का आभास देती है, जिसके सहारे यह अपने दुश्मनों को भी अक्सर चकमा दे देता है। यह दुश्मन के करीब होने पर अपनी दुम को ही चपटे मुंह का आकार देकर बार बार ऊपर उठाता है जिससे अगर कोई घाव हो तो दुम पर हो मुंह बच जाय।
दोमुंहे का दुधमुहों और आधुनिक सपेरों के साथ फोटो सेशन |
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