साँप एक शर्मीला जीव है और यह सामान्यत: मनुष्य से मुकाबला करने की तुलना में भागना ज्यादा पसंद करता है। लेकिन इनके साथ दिक्कत यह है कि इ...
जो लोग खेतों में काम करते हैं, शौच आदि के लिए खेत का प्रयोग करते हैं अथवा तालाब आदि में जाते रहते हैं, उन्हें विशेष रूप से सतर्कता बरतनी चाहिए। साथ ही लम्बी झाड़ियों और बड़ी घास वाले इलाकों में भी अक्सर अपना निवास स्थान बनाते हैं। इसलिए ऐसे स्थानों पर नंगे पैर कतई नहीं जाना चाहिए। जूता-मोजा और पैंट ऐसे मौकों पर काफी मददगार साबित होती है।
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पहाड़ी इलाकों में साँप अक्सर धूप का सेवन करने के लिए निकलते हैं। इसलिए यदि आप पर्वतारोहण पर जा रहे हैं, तो काफी सावधानी बरतनी चाहिए। पहाड़ों पर चढ़ते समय उभरी हुई कगारों को पकड़ते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए साथ ही चट्टानी दरारों में उंगली डालने से भी बचना चाहिए क्योंकि उनमें साँप छिपे हो सकते हैं।
जैसा कि पहले बताया गया साँप शर्मीले जीव होते हैं, इसलिए वे इंसानों के सामने आने से बचते हैं। वे इंसानों पर तभी हमला करते हैं जब वे चौंक/डर जाते हैं, उन्हें उकसाया जाता है अथवा उन्हें अपनी जिंदगी खतरे में प्रतीत होने लगती है। इसलिए साँप से सामना होने पर आप कोई भी ऐसा काम न करें, जिससे साँप स्वयं को असुरक्षित महसूस करे और आप पर हमला कर दे।
आम तौर पर यह देखा जाता है कि किसी व्यक्ति को साँप के काटने पर अन्य लोग उस साँप को खोज कर मारने के लिए उद्यत हो जाते हैं। ऐसा करना कत्तई उचित नहीं है, क्योंकि इससे क्रोधित हो जाता है और वह अन्य लोगों को अपना शिकार बना सकता है।
इंसानों से मुठभेड़ होने पर कुछ साँप तैसे हेटरोडोन प्लेटीराइनोस बचने के लिए मरने का ढ़ोग करते हैं। अपने दुश्मन को मूर्ख बनाने के लिए ये उल्टी और मुँह से खून तक निकाल देते हैं। इसी प्रकार ऐशियन टेन्टाकल्ड स्नेक घिरने पर अपने शरीर को सीध और लकड़ी की तरह कड़ा कर लेता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि ऐसे में इनसे छेड़छाड़ की जाए। क्योंकि साँपों के बर्दाश्त करने की भी एक सीमा होती है। ज्यादा परेशान पर ये हमला भी कर सकते हैं।
रैटल स्नेक साँप घिरने पर पूँछ के सिरे पर स्थित रैटल से एक प्रकार की आवाज निकालता है, जबकि हॉगनोज स्नेक फुंफकार कर डराने की कोशिश करता है। कोबरा साँप अपने दुश्मन को डराने के लिए एक तिहाई शरीर पर खड़ा होकर फुंफकारता है, जबकि मम्बास और कॉटन माउथ अपने दुश्मन के सामने अपने विष दन्तों का प्रदर्शन करते हैं।
साँपों के तमाम संकेत इस बात की चेतावनी है कि साँप डरा हुआ है, गुस्से में है अथवा चेतावनी दे रहा है। और कहा जाता है कि समझदार के लिए इशारा काफी होता है। इसलिए ऐसी दशा में आवश्यक है कि आप धीरे-धीरे पीछे हट जाएँ। इसी में आपकी भलाई है।
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