आमतौर से 'सांप' शब्द का नाम सुनते ही लोगों के शरीर में सिहरन सी होती है। पर कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो 'कोबरा' जैसे खतरनाक ...
आमतौर से 'सांप' शब्द का नाम सुनते ही लोगों के शरीर में सिहरन सी होती है। पर कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो 'कोबरा' जैसे खतरनाक सांप से भी खेलना अपने बांये हाथ का काम समझते हैं। ऐसे ही एक शख्स है मुरारी बाबू। उनसे हमारी मुलाकात साँपों पर जन जागरण के लिहाज से श्री द्वारिकाधीश लोक संस्कृति और वानस्पतिकी विकास संस्थान द्वारा आयोजित एक सभा में हुयी।
कार्यक्रम में एक मिले मुरारी साहब ..सापों के प्रेमी ...तू सांप तो मैं सपेरा स्टाईल में एक साथ चार चार कोबरा सापों को साध रहे थे....साध क्या रहे थे मुझे लगा वे उन्हें टार्चर कर रहे हैं और उनके विषदंत तोड़ चुके हैं .... यद्यपि वे यह मानने को तैयार नहीं थे. कोबरा गुस्सैल स्वभाव का सांप है ख़ास तौर पर इस प्रजनन काल (मानसून के दौरान) में अपने रहवास में वे किसी का अतिक्रमण पसंद नहीं करता.
मुरारी बाबू न जाने कहाँ से 4 पकड़ कर शेखी बघार रहे थे- इस क़ानून से बेखबर कि उन्हें कोबरा जो भारत में शिड्यूल 1 का प्राणी है, खुद को बंधक बनाने वाले को जेल के सलाखों के पीछे पहुंचा सकता है. मुरारी बाबू को शायद यह समझ आ जाए.
कार्यक्रम में एक मिले मुरारी साहब ..सापों के प्रेमी ...तू सांप तो मैं सपेरा स्टाईल में एक साथ चार चार कोबरा सापों को साध रहे थे....साध क्या रहे थे मुझे लगा वे उन्हें टार्चर कर रहे हैं और उनके विषदंत तोड़ चुके हैं .... यद्यपि वे यह मानने को तैयार नहीं थे. कोबरा गुस्सैल स्वभाव का सांप है ख़ास तौर पर इस प्रजनन काल (मानसून के दौरान) में अपने रहवास में वे किसी का अतिक्रमण पसंद नहीं करता.
मुरारी बाबू न जाने कहाँ से 4 पकड़ कर शेखी बघार रहे थे- इस क़ानून से बेखबर कि उन्हें कोबरा जो भारत में शिड्यूल 1 का प्राणी है, खुद को बंधक बनाने वाले को जेल के सलाखों के पीछे पहुंचा सकता है. मुरारी बाबू को शायद यह समझ आ जाए.
बरसात का मौसम सापों का प्रजनन काल है. और इस समय ही सबसे ज्यादा सर्पदंश की घटनाएं होती हैं. विषैले सापों जैसे कोबरा और करईत और घोड़स मतलब वाईपर प्रजातियों के काटने पर समय न जाया करें, ओझा सोखा के पास कदापि कदापि न जायं, सीधे प्राथमिक चिकित्सालय या जिला अस्पताल पहुंचे और डाक्टर द्वारा निदान के बाद जरुरत के मुताबिक़ एंटीवेनम इंजेक्शन लगवाएं.
अगर जहरीले सांप ने नहीं काटा है तो इसकी जरुरत नहीं है. अब चूंकि भयवश लोगों का हार्ट फेल होने से निधन हो जाता है और कलंक सांप को मिलता है -कुशल चिकित्सक स्थितियों को भांप कर उसी के अनुसार रोगी का मनोबल बढ़ाता है और दवाएं-इंजेक्शन, ड्रिप आदि दे सकता है. जहरीले सांप की स्थिति में वह अनिवार्य रूप से एंटीवेनम भी देगा.
इसलिए चाहे जो सांप काटे, विषैला या विषहीन योग्य चिकित्सक के पास पहुंचना किसी के जान बचाने की दिशा में भरोसेमंद कदम है, नहीं तो ओझा सोखा तांत्रिक या झोलाछाप डाक्टर मरीज की जान लेकर ही छोड़ेगें.
अगर जहरीले सांप ने नहीं काटा है तो इसकी जरुरत नहीं है. अब चूंकि भयवश लोगों का हार्ट फेल होने से निधन हो जाता है और कलंक सांप को मिलता है -कुशल चिकित्सक स्थितियों को भांप कर उसी के अनुसार रोगी का मनोबल बढ़ाता है और दवाएं-इंजेक्शन, ड्रिप आदि दे सकता है. जहरीले सांप की स्थिति में वह अनिवार्य रूप से एंटीवेनम भी देगा.
इसलिए चाहे जो सांप काटे, विषैला या विषहीन योग्य चिकित्सक के पास पहुंचना किसी के जान बचाने की दिशा में भरोसेमंद कदम है, नहीं तो ओझा सोखा तांत्रिक या झोलाछाप डाक्टर मरीज की जान लेकर ही छोड़ेगें.
चार चार को एक साथ साधता हूँ मैं -मुरारी
बात तो मुरारी की हो रही थी.. मैंने जब उन्हें आगाह किया कि कोबरा को बंधक बनाने पर उन्हें वन्यजीव अधिनियम 1972 के अधीन जेल भेजा जा सकता है और 25000 तक जुर्माना भी हो सकता है तब वे सकपकाए. मगर अपनी सफाई में कहा कि वे तो केवल घरों में घुस आये साँपों को जो अक्सर कोबरा या करैत होते हैं पकड़कर बाहर छोड़ देते हैं -सांप को मारने नहीं देते.
लोगों ने उनकी बात का समर्थन किया. मुरारी ने कोबरा के साथ फोटो की अपनी कई पोज खिंचवाई जिसे लेकर मैं बनारस आ गया ...जन जागरण के लिए इस पूरे साँप सत्र को आयोजित करने में मा पलायनम वाले डॉ मनोज मिश्र, दैनिक जागरण के स्थानीय संवाददाता ओंकार मिश्र, राधेश्याम विश्वकर्मा आदि ने सहयोग दिया ..आभार !
लोगों ने उनकी बात का समर्थन किया. मुरारी ने कोबरा के साथ फोटो की अपनी कई पोज खिंचवाई जिसे लेकर मैं बनारस आ गया ...जन जागरण के लिए इस पूरे साँप सत्र को आयोजित करने में मा पलायनम वाले डॉ मनोज मिश्र, दैनिक जागरण के स्थानीय संवाददाता ओंकार मिश्र, राधेश्याम विश्वकर्मा आदि ने सहयोग दिया ..आभार !
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