यदि हम भारत की ही बात करें तो हमारे देश में लगभग 20 हज़ार लोग हर साल सर्पदंश के शिकार बनते हैं। इस तरह के आँकड़े सुनने के बाद अक्सर मन म...
यदि हम भारत की ही बात करें तो हमारे देश में लगभग 20 हज़ार लोग हर साल सर्पदंश के शिकार बनते हैं। इस तरह के आँकड़े सुनने के बाद अक्सर मन में यह सवाल उठता है कि इस बात की पहचान कैसे की जाए कि काटने वाला साँप ज़हरीला था अथवा नहीं? क्योंकि यदि इस तरह की जानकारी लोगों के पास हो, तो उससे साँप के शिकार व्यक्ति को बचाने में काफी मदद मिल सकती है।
Black Mamba Snake |
ज़हरीले साँप के काटने पर 15 मिनट के भीतर आमतौर से जो लक्षण उभर आते हैं, वे निम्नानुसार हैं:-
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साँप के काटे गये स्थान पर त्वचा का रंग लालिमायुक्त हो जाता है। उस स्थान पर सूजन नजर आने लगती है और पीड़ित व्यक्ति को तेज दर्द का अनुभव होता है।
ज़हरीले साँप के काटने पर पीड़ित व्यक्ति को साँस लेने में कठिनाई होने लगती है (कई मामलों में साँस रूक भी जाती है), उसकी दृष्टि कमजोर होने लगती है, आँखों के आगे धुंधलापन नजर आने लगता है।
पीड़ित व्यक्ति का जी मिचलाने लगता है, उल्टी होने लगती है, मुँह से लार निकलने लगती है और शरीर की त्वचा अत्यधिक पसीना छोड़ने लगती है।
ज़हरीले साँप के काटने पर हाथ-पैरों में झनझनाहट सी होने लगती है, धीरे-धीरे हाथ-पैर सुन्न से होने लगते हैं और लकवे के लक्षण बढ़ने के साथ ही पीड़ित व्यक्ति की आवाज भरभराने लगती है, आँखें उनींदी सी हो जाती हैं और किसी भी वस्तु के निगलने में परेशानी होती है।
धीरे-धीरे ये लक्षण बढ़ते जाते हैं, जिससे मांसपेशियों में कमजोरी हो जाती है और होंठ तथा जीभ नीली पड़ने लगती है।
यदि पीड़ित व्यक्ति के अंदर उपरोक्तानुसार लक्षण उभर रहे हों तो उसे किसी योग्य डॉक्टर के पास ले जाएँ और जल्द से जल्द एंटीवेनम लगवाएँ। क्योंकि सर्पदंश का एकमात्र इलाज एंटीवेनम है। ध्यान रहे, साँप के ज़हर को किसी बूटी, पत्थर अथवा मंत्र द्वारा उतारा जाना सम्भव नहीं है।
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